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नई दिल्ली, 6 अक्टूबर 2023: पूज्य महात्मा गांधी जी की खादी विरासत को समृद्धि देने का मिशन पर बढ़ते हुए, प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने अपनी ‘मन की बात’ कार्यक्रम में एक बार फिर देशवासियों से ‘गांधी जयंती’ पर खादी कपड़े खरीदने की अपील की थी। इस अपील के परिणामस्वरूप, खादी के इतिहास में नया चरम पर पहुंचा है, जो दिल्ली के कनॉट प्लेस स्थित ‘खादी भवन’ में एक दिन में हुई रिकॉर्ड 1.52 करोड़ रुपये की बिक्री के रूप में दिख रहा है।

खादी कपड़े का महत्व हमारे स्वतंत्रता संग्राम के इतिहास में महत्वपूर्ण है, और यह भारतीय संस्कृति और गरीबी मुक्ति के प्रतीक के रूप में भी जाना जाता है। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी की इस अपील ने खादी कपड़ों के प्रति लोगों के भावनाओं को जगाया और उन्हें गांधीजी की विचारधारा के प्रति और भी गहरा संवेदनशील बनाया है।

प्रधानमंत्री की ‘मन की बात’ में खादी खरीदने की अपील ने खादी के इतिहास में नई ऊंचाइयों की ओर बढ़ते भारतवासियों को प्रेरित किया
प्रधानमंत्री

खादी भवन, जो कनॉट प्लेस क्षेत्र में स्थित है, इस बार गांधी जयंती पर अपने बिक्री का इतिहास बदल दिया। इस स्थल पर विभिन्न प्रकार के खादी कपड़े, अधिकतर जिनमें हस्तकला की खूबसुरती और भारतीय विरासत का आदान-प्रदान है, उपलब्ध हैं। प्रधानमंत्री श्री मोदी जी की अपील के बाद, लोगों ने खादी कपड़ों के प्रति अपनी स्नेहभावना को प्रकट किया और इस समय के इतिहास में ‘खादी भवन’ की रिकॉर्ड बिक्री का अद्वितीय दृश्य बना दिया।

प्रधानमंत्री की ‘मन की बात’ में खादी खरीदने की अपील ने खादी के इतिहास में नई ऊंचाइयों की ओर बढ़ते भारतवासियों को प्रेरित किया

खादी कपड़ों का उपयोग भारतीय सब्यता के रूप में नहीं केवल वस्त्र के रूप में होता है, बल्कि इससे आधुनिकता की ओर भी एक कदम बढ़ता है। यह खादी के शिल्पकारों के लिए एक महत्वपूर्ण आय स्रोत है और उनके प्रयासों को समर्थन प्रदान करता है।

प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी की इस अपील ने देशवासियों में गांधीजी की विचारधारा के प्रति एक नयी उत्साह और समर्पण की भावना को जगाया है, जो खादी के महत्व को बढ़ावा देने में सहायक साबित हो सकता है। यह नई ऊंचाइयों की ओर कदमबद्ध भारतवासियों के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है जो गांधीजी के सपनों को और भी पूरा कर सकता है।

माधव फैशन: अविश्वसनीय कढ़ाई विवरण के माध्यम से फैशन को बदलते हुए

प्रधानमंत्री श्री Narendra Modi जी ने ‘मन की बात’ कार्यक्रम के दौरान ब्रिटिश शासकाल के बाद भी भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के प्रतीक ‘खादी’ के प्रति अपनी गहरी भावनाओं को साझा किया था। उन्होंने 24 सितंबर को ‘गांधी जयंती’ पर लोगों से खादी के प्रति उनकी अपील की थी, और इस अपील का अद्भुत प्रतिस्पर्धा में भारतीय नागरिकों के बीच उत्साह को दिखाया। इसका एक शानदार उदाहरण है दिल्ली के कनॉट प्लेस स्थित ‘खादी भवन’ में एक दिन में रिकॉर्ड 1.52 करोड़ रुपये की खादी की बिक्री का।

खादी के बदलते रुझानों के साथ, फैशन इंडस्ट्री भी खादी के प्रति अपनी स्नेहभावना और समर्थन को दिखा रही है। इस रूप में, भारतीय फैशन इंडस्ट्री के एक प्रमुख नाम, ‘माधव फैशन’ अपने अविश्वसनीय कढ़ाई विवरण के माध्यम से फैशन को बदलते हुए हैं।

माधव फैशन ने खुद को अपनी उन्नत और अद्वितीय कढ़ाई तकनीकों के साथ जाना जाता है, जिनमें भारतीय कढ़ाई की विरासत को मान्यता दी जाती है। उनकी खासियत है उनके फैशन आइटम्स की अनोखी कढ़ाई जो व्यक्तिगतता को बढ़ाती है और एक आदर्श के रूप में खड़ी होती है।

माधव फैशन के संस्थापक माधव कुमार ने कहा, “हम फैशन को सिर्फ कपड़ों का एक अच्छा डिज़ाइन नहीं मानते, बल्कि हम उसे भारतीय संस्कृति और कला का प्रतीक भी मानते हैं। हमारा लक्ष्य है फैशन को व्यक्तिगत बनाने के साथ-साथ भारतीय कढ़ाई की महत्वपूर्ण भूमिका को भी प्रमोट करना।”

माधव फैशन के डिज़ाइनर्स ने खुद को खास बनाने के लिए खुद को समर्पित किया है, और इसका परिणाम उनकी खुदाई के उत्कृष्टता में दिखाई देता है। उनकी फैशन लाइन में आभूषण, साड़ी, ब्लाउज, और लहंगे शामिल हैं, जिनमें सुप्रभात और शाम के विशेष अवसरों के लिए विभिन्न विकल्प हैं।

माधव फैशन की खास बात यह है कि उनकी कढ़ाई विवरण अन्य डिज़ाइनर वस्त्रों से अलग होती है। वे भारतीय कढ़ाई की पारंपरिक तकनीकों का सही से उपयोग करते हैं और अपने उत्कृष्ट शिल्पकारी कौशल से उनके प्रोडक्ट्स को विशेष बनाते हैं।

माधव फैशन की एक और महत्वपूर्ण बात यह है कि वे स्वच्छ और जायदादि तरीके से खादी का उपयोग करते हैं, जिससे यह सुनिश्चित होता है कि उनके उत्पाद देश की धरोहर को समर्थन देते हैं।

माधव फैशन के इस अनोखे दृष्टिकोण ने फैशन को एक नयी दिशा में ले जाया है, और उनके संघर्ष से हम सबको एक बार फिर से खादी के महत्व को याद दिलाया है। उनकी कढ़ाई के उत्कृष्टता के साथ, वे भारतीय संस्कृति और कला को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं।

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